खुला पृष्ठ : विकल्पहीनता के दौर में : दिवाकर भट्ट ( संपादकीय )
कहानी : अर्द्धांगिनी ( शैलेष मटियानी)
देशान्तर : काफ्का की जीवनी ( एक चीनी यूनानी अन्तराल)
डायरी के पन्ने : वह घर तो कविता का ही घर ( रमेश चन्द्र शाह )
कहानी : महुवा घटवारिन ( पंकज सुबीर)
कला दीर्घा : चित्रकला के आयाम ( हरिपाल त्यागी )
सिनेमा : प्रकाश मेहरा ने इंडस्ट्री को दिया एंग्री यंग मेन ( दीप भट्ट)
लघु कथाएं : आलोक कुमार सातपुते, सुरेन्द्र मंथन
आलेख : जान स्टूअर्ट मिल और नारीवाद ( प्रभा दीक्षित )
उपन्यास : जलाक ( सुदर्शन प्रियदर्शिनी)
आलेख : बाज़ार में भटकता हुआ शब्द ( आलोक पाण्डेय)
कहानी : गिरगिट ( जितेन्द्र शर्मा )
आलेख : बोलना भी मना सच बोलना तो दरकिनार ( योगेंद्र कुमार )
आलेख : वे आफ एप्रोच टू रीडर्ज ( हरदर्शन सहगल )
कसौटी : पुस्तक समीक्षा (ऋषि कुमार चतुर्वेदी, किरण अग्रवाल )
ग़ज़लें : ( कुंवर बेचैन, आर.के. शर्मा )
कविताएं : ( कुसुम बुढलाकोटी, यतेन्द्रनाथ राही, सुरेश सेन निशान्त, नन्द किशोर )